Lal Krishna Advani Bharat Ratna Award: इंडिया के पूर्व उप प्रधानमंत्री और BJP के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मोदी सरकार ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक हैं और इंडिया के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। PM मोदी ने खुद X (tweet) पर इसकी जानकारी दी है।
PM मोदी ने एक्स (tweet) पर लिखा, ‘मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी (Lal Krishna Advani) को भारत रत्न (Bharat Ratna award) से सम्मानित किया जाएगा. मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी. हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, इंडिया के विकास में उनका योगदान महत्वपूर्ण योगदान है. उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है. उन्होंने हमारे गृह मंत्री (home Minister) और सूचना एवं प्रसारण मंत्री (Minister of Information and Broadcasting) के रूप में भी अपनी पहचान बनाई. उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं.’
ऐसा माना जाता है कि लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर आंदोलन से देश की राजनीति के रूप लेखा बदल दी थी. BJP के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने 1990 में राममंदिर आंदोलन की शुरुआत की थी. उन्होंने अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण की मांग को लेकर सोमनाथ से अयोध्या तक रथयात्रा की थी. उनकी रथयात्रा ने देश की राजनीति के रूप लेखा बदलकर रख दी थी. 1992 के अयोध्या राम मंदिर आंदोलन (Ayodhya Ram Mandir Movement) उनके नेतृत्व में हुई.
कौन हैं लालकृष्ण आडवाणी? (Who is Lal Krishna Advani?)
लालकृष्ण आडवाणी का जन्म पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हुआ था. आडवाणी की शुरुआती पढ़ाई कराची में हुई. ऐसा दावा किया जाता है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Former President of Pakistan Pervez Musharraf) के साथ सेंट पैट्रिक हाईस्कूल में पढ़ाई की है. उसके बाद उन्होंने सिंध कॉलेज से पढ़ाई की. बाद में उनका परिवार मुंबई आ गया. लालकृष्ण आडवाणी जब 14 साल के थे तब वो संघ से जुड़ गए. 1951 में वो जनसंघ से जुड़े. उसके बाद 1977 में जनता पार्टी का साथ निभाया. 1980 में BJP का उदय हुआ. इसके साथ ही India की राजनीति में अटल आडवाणी युग की शुरुआत हुई. अटल आडवाणी की जोड़ी ने देश की राजनीति की दशा दिशा बदल दी.
कब-किस पद पर रहे लालकृष्ण आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी अपने राजनीति सफर में कई बड़े पदों पर रहे. 1977 में सूचना प्रसारण मंत्री (Information and Broadcasting Minister) बने तो साल 2002 में उप-प्रधानमंत्री (Deputy Prime Minister). 2009 के लोकसभा चुनाव में BJP की हार उनके लिए बड़ा झटका साबित हुई. उसके बाद BJP में नई पीढ़ी के आगमन के लिए उन्होंने रास्ता छोड़ दिया. इसके बाद उनकी राजनीतिक सक्रियता कम हो गई. कहा जाता है कि BJP आज जिस मजबूत स्थिति में है, उसकी नींव रखने वालों में लालकृष्ण आडवाणी का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के साथ लिया जाता है.
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