Patna: Bihar Sanskrit Shiksha Board: बिहार में पिछले कई महीनों से शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कई बोर्ड अध्यक्ष के चयन को लेकर मामला फंसा हुआ था। जिसे नीतीश सरकार ने सुलझा लिया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) के बेहद करीबी भोला यादव (Bhola Yadav) को बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड (Bihar Sanskrit Shiksha Board) का अध्यक्ष बनाया गया है।
जबकि मदरसा बोर्ड (Madarsa Board) का अध्यक्ष जेडीयू (JDU) नेता और नीतीश के भरोसेमंद कहे जाने वाले पूर्व एमएलसी सलीम परवेज (Salim Parvez) को बनाया गया है। 9 अन्य लोगों को बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड (Bihar Sanskrit Shiksha Board) में सदस्य बनाया गया है। इसमें विनय कुमार चौधरी, ललित नारायण मंडल, प्रेम चंद्र मिश्रा, आचार्य सिया राम प्रसाद यादव, नारायण महतो, चितरंजन गगन, मदन शर्मा, रामाशीष यादव और प्रतिमा कुमारी हैं।
सूत्रों की माने तो सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने राज्य के विभिन्न बोर्ड और निगम के पुनर्गठन को लेकर पिछले कई दिनों से सरकार के घटक दलों से बात की गई थी। इस बैठक के बाद विभिन्न बोर्डों का पुनर्गठन किया गया है. बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड (Bihar Sanskrit Shiksha Board) का पुनर्गठन 3 वर्षों के लिए किया गया है।
नीतीश सरकार (Nitish government) ने बिहार राज्य महिला आयोग का पुनर्गठन किया है जिसमें उजियारपुर की पूर्व सांसद और जेडीयू (JDU) की समस्तीपुर की जिला अध्यक्ष अश्वमेध देवी को अध्यक्ष बनाया गया है। समाज कल्याण विभाग की उप सचिव की ओर से जारी पत्र के अनुसार राज्य महिला आयोग में अध्यक्ष के अलावा 7 महिलाओं को सदस्य बनाया गया है. उनके साथ प्रभावती मांझी, डॉ सुजाता सुम्ब्रई, रबिया खातुन, सुनीता कुशवाहा, श्वेता विश्वास, सुलोचना देवी , गीता यादव को सदस्य बनाया गया है।
इसके पूर्व नीतीश सरकार (Nitish government) ने मदरसा बोर्ड (Madarsa Board) का भी पुनर्गठन किया है. इसमें मदरसा बोर्ड का अध्यक्ष जेडीयू नेता (JDU) और सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के भरोसेमंद पूर्व एमएलसी सलीम परवेज (Former MLC Salim Parvez) को बनाया गया है। और विधानसभा और विधान परिषद (Legislative Assembly and Legislative Council) के कई मेंबर को इस में सदस्य बनाया गया है।