Acharya Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य एक महान ज्ञानी और विद्वान माना राजनीति कुटिल थे उनके ज्ञान का लोहा आज भी माना जाता है साथ ही बहुत बड़े बाला अर्थशास्त्री भी थे। आचार्य चाणक्य चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु थे (Acharya Chanakya was the teacher of Chandragupta Maurya)। उन्होंने एक नीति शास्त्र की रचना की थी जिसे चाणक्य नीति भी कहा जाता है। इन नीतियों को आज भी लोग अपने जीवन में अपनाते हैं। आचार्य चाणक्य द्वारा दी गई नीतियां व्यक्तिगत, सामाजिक और राजनीतिक रूप से व्यक्तियों का मार्गदर्शन करती हैं। आज हम आपको उन 5 आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे व्यक्तियों को हमेशा बचना चाहिए, वर्ना जीवन में असफलता ही मिलती है और परेशानियां से घिर जाते है।
कभी भी किसी दूसरे व्यक्तियों की बुराई न करें (Never say bad things about other people)
आचार्य चाणक्य के अनुसार कभी भी किसी दूसरे व्यक्तियों की बुराई करने से बचना चाहिए। इस आदत से लोग अक्सर अपनी गलतियां भूल जाते हैं और दूसरों की गलतियों पर ज्यादा ध्यान देते हैं। अगर आपके आस-पास ऐसा व्यक्ति है तो इन लोगों से दूरी बनाने में ही भलाई है।
व्यक्तियों को गंदगी से दूर रहना चाहिए (People should stay away from dirt)
आचार्य चाणक्य के अनुसार सभी व्यक्तियों को गंदगी से दूर रहना चाहिए। इससे नेगेटिव एनर्जी फैलती है। जहां गंदगी होती है वहां मां लक्ष्मी की कृपा भी नहीं मिलती है। व्यक्ति को अपनी पवित्रता और साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखना चाहिए। इसी के साथ अगर कोई व्यक्ति गंदगी के साथ रहता है तो इन लोगों से दूरी बनाने में ही भलाई है।
हमेशा सच्चाई के साथ रहें (Always stay with the truth)
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्तियों को हमेशा सच्चाई का साथ देना चाहिए। झूठ बोलने से बचना चाहिए। जो व्यक्ति झूठ बोलता है उसको जीवन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अक्सर ये भी देखा जाता है कि व्यक्ति झूठ बोलकर समाज से अपना मान-सम्मान भी खो देता है। इन लोगों से दूरी बनाने में ही भलाई है।
व्यक्तियों को अपने ऊपर आलस्य हावी होना (People get overcome by laziness)
आचार्य चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्तियों को कभी भी अपने ऊपर आलस्य को हावी नहीं होना देना चाहिए। किसी भी काम को सक्रिय हो कर करना चाहिए। जो व्यक्ति आलस्य के साथ कार्य करता है उसको भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन लोगों से दूरी बनाने में ही भलाई है।
व्यक्तियों को कभी भी लालच नहीं करना चाहिए (People should never be greedy)
आचार्य चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को कभी भी लालच नहीं करना चाहिए। लालच से व्यक्तियों समाज से अपना मान-सम्मान भी खो देता है और काफी मुश्किलों में घिर जाता है। कभी भी किसी भी चीज का लालच नहीं करना चाहिए। हमेशा ध्यान रखें कि लालच बुरी बला है। इन लोगों से दूरी बनाने में ही भलाई है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Youth Jagran इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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