Home world-news India Vs China Population 2023: भारत बना दुनिया की सबसे ज्यादा जनसंख्या...

India Vs China Population 2023: भारत बना दुनिया की सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश, चीन को छोड़ा बहुत पीछे

0

India Vs China: चीन ही जनसंख्या के लिहाज से दुनिया में पहले नंबर पर था. मगर, अब उसका रिकॉर्ड तोड़ दिया है भारत ने. जानिए अब किस देश में कितनी जनसंख्या है और चीन को हमने कैसे पछाड़ा…Patna: बुधवार, 19 अप्रैल 2023 को जारी संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (United Nations Population Fund) (UNFPA) के अनुसार पूरी दुनिया (World) में सबसे ज्यादा जनसंख्या (population) वाला देश (Country) चीन (China) को आज भारत पीछा छोड़ दिया है। यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (UNFPA) की रिपोर्ट के मुताबिक अब भारत की जनसंख्या 142 करोड़ 86 लाख हो गया है। अब भारत की जनसंख्या चीन से लगभग 30 लाख ज्यादा हो गई है। 1950 के बाद भारत (India) की जनसंख्या (population) चीन से आगे निकल गई है.

polulation
India Vs China Population 2023

साल 2023 के पहले सप्ताह में ही ग्लोबल एक्सपर्ट्स (global experts) ने अनुमान लगा लिया था कि 2023 में भारत (India) सबसे अधिक जनसंख्या (population) वाला देश बन जाएगा। UN 1950 से दुनिया में जनसंख्या से जुड़ा डेटा जारी कर रहा है। उसके बाद से यह पहला मौका है भारत की आबादी चीन से अधिक हो गया है। चीन में 1950 के बाद से जन्म दर में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी। पिछले साल इसमें कमी आई। 2021 में चीन की जन्म दर 7.52% थी। यह 2022 में घटकर 6.77% हो गई।

आप को बता दे की स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन (state of world population), 2023′ शीर्षक वाली रिपोर्ट के अनुसार, भारत (India) की आबादी (population) 1,428.6 मिलियन (million) होने जा रही है – चीन की तुलना में 2.9 मिलियन अधिक। रिपोर्ट में कहा गया है कि 8 देश – कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, मिस्र, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और संयुक्त गणराज्य तंजानिया – 2050 तक वैश्विक जनसंख्या में अनुमानित वृद्धि का आधा हिस्सा होगा।

India Vs China Population 2023

रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि भारत (India) वास्तव में किस तारीख तक आगे निकल जाएगा। रॉयटर्स ने संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या अधिकारियों के हवाले से कहा कि भारत (India) से जानकारी की कमी के कारण तारीख का पता नहीं लगाया जा सका। रॉयटर्स के अनुसार, अधिकारियों ने इसके लिए भारत में 2021 में होने वाली जनगणना (Census) में देरी को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन COVID-19 महामारी के कारण देरी हुई। पिछली जनगणना 2011 में आयोजित की गई थी। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि देश में जनगणना कब से शुरू की जाएगी।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version