Patna: BPSC से बिहार (Bihar) में सरकारी शिक्षक (Teacher) बनने वालों अभ्यार्थी के लिए बड़ी ख़ुशी की खबर आई है। दरअसल बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने इस साल हो रहे परीक्षा में बहुत सारे बदलाव किए हैं। जिसमें 150 प्रश्नों को घटा कर 120 प्रश्न कर दिया हैं। यह खबर खुद बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के चेयरमैन अतुल प्रसाद (Atul Prasad) ने दी है।
बीपीएससी बिहार सरकारी शिक्षक बहाली (BPSC Bihar Government Teacher Recruitment) की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी को इस बात की संतुष्टि हो गई है कि अब ज्यादा समय में कम प्रश्नों के उत्तर आसानी से दे सकेंगे।
अब 80 प्रश्न होंगे विषय से सम्बंधित
आपको बता दें कि, 150 प्रश्नों के लिए जो समय निर्धारित था अब वही समय 120 प्रश्नों के लिए लागू होंगे।
कुल 120 प्रश्नों होंगे जिनमें से 80 प्रश्नों विषय से संबंधित होंगे। और शेष 40 सामान्य अध्ययन से पूछे जाएंगे। जो उम्मीदवार 2 पद के लिए तैयारी कर रहे हैं उन्हें 2 पेपर देने होंगे। जबकि, 1 पद के लिए मेन पेपर होगा, जिसमें निगेटिव मार्किंग भी रहेगी।
बीएड और डीएलएड अपीयरिंग उम्मीदवारों को मिलेगा मौका
आवेदकों की एक और मांग थी जो बीएड (B.Ed) और डीएलएड (dled) अपीयरिंग उम्मीदवार हैं, उन्हें भी मौका मिले. इसके लिए आयोग ने शैक्षणिक और प्रशिक्षण योग्यता पूरी होने की 31 अगस्त, 2023 तक की समय सीमा रखी है. भाषा विषय में 30 अंक लाना अनिवार्य होगा. बीपीएससी (BPSC) के द्वारा जारी पाठ्यक्रम के अनुसार प्राथमिक से उच्च माध्यमिक के लिए कॉमन परीक्षा अंग्रेजी विषय और भाषा में (हिंदी, उर्दू और बांग्ला) की परीक्षा होगी. इसे दो भाग में बांटा गया है. इसमें 100 प्रश्न पूछे जाएंगे और दो घंटे का समय मिलेगा. इसमें 30 अंक लाना अनिवार्य होगा.
नियोजित शिक्षक कर रहें हैं BPSC परीक्षा का बहिष्कार
नियोजित शिक्षक (employed teacher) कर रहें हैं BPSC परीक्षा का बहिष्कार
उधर नियोजित शिक्षक लगातार सरकार से अपनी मांग करते हुए BPSC परीक्षा का बहिष्कार कर रहे हैं लेकिन अब तक सरकार सिर्फ आश्वाशन ही दे रही है।
बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गाँधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने नियोजित शिक्षकों को आश्वाशन देते हुए कहा कि, हम वर्तमान सरकार से बात कर इसपर एक बेहतर निर्णय लेने को राजी करेंगे।
शिक्षक संघों ने दी सरकार को चेतावनी
शिक्षक संघों के नेताओं ने कहा की यदि सरकार बिना शर्त नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा नहीं देती है तो राज्य भर के सभी नियोजित शिक्षक गर्मी की छुट्टी के बाद पूर्णतः तालाबंदी हड़ताल करेंगे।
इतना ही नहीं शिक्षक संघों ने यह भी कहा कि अगर इसके बावजूद भी सरकार मांग नहीं मानती है तो सभी शिक्षक विधान सभा भवन का घेराव करेंगे और अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल करेंगे।