पटना Patna: तमिलनाडु (Tamil Nadu) में बिहार (Bihar) के प्रवासी मजदूरों पर कथित हमलों के फर्जी वीडियो (video) और तस्वीरों षडयंत्र पूर्वक सोशल मीडिया (Social Media) पर शेयर करने के आरोप में यूट्यूबर (Youtuber) और पत्रकार (Journalist) मनीष कश्यप (Manish Kashyap) उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी ने जगदीशपुर थाने में शनिवार को सरेंडर कर दिया है। सरेंडर की पुष्टि एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा (SP Upendanath Verma) ने की। उन्होंने बताया कि मनीष कश्यप आदतन अपराधी (Criminal) है। उनके खिलाफ बेतिया में 7 समेत राज्य में 14 से ज्यादा गंभीर अपराधिक मामले दर्ज हैं।
शनिवार की सुबह न्यायालय के आदेश पर यूट्यूबर और पत्रकार मनीष कश्यप को शनिवार की सुबह मझौलिया के डुमरी महनवा स्थित घर पर कुर्की-जब्ती की करवाई की मनीष कश्यप गिरफ्तारी के डर से फरार था। बिहार पुलिस व आर्थिक अपराध इकाई की टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी। जगदीशपुर से उसे आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद इओयू की टीम ने मनीष कश्यप को लेकर पटना चली गई।
एसपी ने बताया कि मनीष कश्यप के घर की कुर्की मझौलिया के भारतीय स्टेट बैंक की पारस पकड़ी शाखा के प्रबंधक मयंक रंजन से बीते 31 मार्च 2021 को रंगदारी, बैंक में घुस सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में की गई है। मुजफ्फरपुर के अतरदह निवासी एसबीआई मैनेजर मयंक रंजन मझौलिया थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले में 19 मई 2022 को मनीष कश्यप के विरुद्ध वारंट जारी हुआ था। न्यायालय के आदेश पर शनिवार की सुबह मनीष कश्यप के घर की कुर्की जब्ती की कार्रवाई पूरी की गई।
बीते 32 जनवरी 2019 को अधीक्षक ड़ॉक्टर धीरेंद्र कुमार ठाकुर ने जीएमसीएच परिसर में लगे एडवर्ड की मूर्ति तोड़ने में अज्ञता पर एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में मूर्ति तोड़ने में मनीष कश्यप का नाम सामने आया था। इस मामले में भी पुलिस को उसकी तलाश थी।